
अंबेडकरनगर। उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग का ऐसा कारनामा प्रकाश में आया है, जिसने प्रशासन और शासन की व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री के आगमन के मद्देनजर बिजली विभाग ने कई गांव की बिजली ही काट दी. उप मुख्यमंत्री के आने के एक दिन पहले ही विभाग ने खंभों से बिजली के तार ही उतार लिए. बताया जा रहा है कि तकरीबन दो दर्जन से अधिक गांवों में बिजली आपूर्ति गुरुवार दोपहर से ही बंद है।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का शुक्रवार को कटेहरी विधानसभा में कार्यक्रम था. उप मुख्यमंत्री के लिए जयराम वर्मा इंटर कॉलेज नाऊसांडा में मंच तैयार किया था. प्रशासन ने भीड़ जुटाने का भी प्रयास किया था. कार्यक्रम में पहुंचे लोग उप मुख्यमंत्री का इंतजार कर रहे थे. जब तय समय से काफी देर तक आगमन नहीं हुआ तो लोगों में हलचल बढ़ने लगी और फिर सूचना आई की कार्यक्रम रद्द हो गया है।
नहीं आए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य
लाखों रुपए खर्च कर की गई तैयारी धरी की धरी रह गई. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या को यहां ग्राम चैपाल और युवा सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल होना था. कार्यक्रम में समूह की महिलाओं को भी बुलाया गया था. चिल-चिलाती धूप में घंटों इंतजार के बाद लोग निराश हो कर लौट गए. कार्यक्रम में शामिल महिलाओं ने कहा कि सुबह नौ बजे से ही आए हैं. इस मौसम में यहां आने कोई भी फायदा नहीं हुआ. घंटों बैठने के बाद अब वापस जा रहे हैं।
हाईटेंशन लाइन का उतारा तार
कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला प्रशासन इतना बेखबर हो गया कि उसे आम जनता के हितों का भी ख्याल नही रहा. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का हेलीकॉप्टर उतरने के लिए बिजली विभाग ने तकरीबन दो दर्जन से अधिक गांव की बिजली ही काट दी. दरअसल, प्रशासन ने हेलीकॉप्टर उतरने के लिए जहां पर हेलीपैड बनाया था, वहां बगल से 11 हजार वोल्ट का बिजली का तार गया था।
इन गांवों में बिजली आपूर्ति हुई बाधित
इस बिजली के तार को गुरुवार दोपहर को ही खंभे से उतार दिया गया था. बताया जा रहा है कि केदार नगर, पूरा बक्सराय, नाउसंड, जहीदपुर, इब्राहिमपुर, परशुरामपुर, रुस्तमपुर, बड़ागांव, बिलासपुर सहित लगभग दो दर्जन से अधिक गांव की आबादी इससे प्रभावित हुई है. बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता गिरीश नारायण मिश्रा का कहना है कि हेलीकॉप्टर उतरने के लिए तार को उतारा गया था, जिसे अब लगाया जा रहा है।