
उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी अपडेट सामने आई है। प्रदेश में बिजली चोरी के मामले कोई नई बात नहीं है। बिजली चोरी करने वाले तरह-तरह के नए तरीके ढूंढते रहते हैं। उत्तर प्रदेश में बिजली मीटर से छेड़छाड़, कटियाबाज, विवाह मामले में राजस्व को नुकसान पहुंचाने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा।
बिजली चोरी के मामले हर दिन आते रहते हैं। किसी डिवीजन में कोई ऐसा दिन होगा जब बिजली चोरी का मामला न आया हो। बिजली चोरी के मामले आने पर उन पर पड़ी कार्रवाई भी की जा रही है। बिजली मीटर से बाईपास करने के लिए तार में कट लगाकर चोरी की जाती है। दैनिक रूप से बिजली मीटर से चोरी के मामले भी देखे जाते हैं। मीटर टैंपर्ड होने पर अधिशासी अभियन्ता मीटर के एई मौके पर पहुंचकर मीटर रिपोर्ट बनाते हैं। मीटर टैंपर्ड की पुष्टि पर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को देने के बाद भी आवश्यक कार्रवाई होती है।
साथ ही, प्रबन्ध निदेशक ने टैंपर्ड मीटर केसों में सख्ती से कार्रवाई करने और आरोपियों को बाहर निकालने का आदेश दिया, जिसके बाद से डिवीजन के मीटर रीडरों में हड़कंप मच गया है. अधिशासी अभियन्ता मीटर प्रेमपाल सिंह ने बताया कि पिछले चार महीनों में कुछ टैंपर्ड केस मिले हैं, जिनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की गई है और उच्चाधिकारियों को संबंधित केस के बारे जानकारी दी गई हैं।