
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पावर कारपोरेशन का कारनामा सामने आया है। पत्नी के नाम बिजली कनेक्शन लेने वाले व्यक्ति के नाम भी बिजली विभाग ने कागजो पर कनेक्शन दे दिया। यही नही उसे हर महीने बिल भेजने के साथ हजारों रुपये बकाया होने पर कनेक्शन काटने का नोटिस थमा दिया।
बताते चले कि लखनऊ में मोहनलालगंज के पदमिनखेड़ा में पत्नी के नाम बिजली कनेक्शन लेने वाले व्यक्ति के नाम बिजली विभाग ने कागजो पर ही कनेक्शन दे दिया। यही नही उसे हर महीने बिल भेजने के साथ हजारों रुपये बकाया होने पर कनेक्शन काटने का नोटिस थमा दिया। पीड़ित ने कई शिकायत की सुनवाई नहीं हुई। सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायत के बाद जब जांच हुई तो बिजली विभाग ने आनन-फानन फर्जी कनेक्शन का बिल माफ करने की बात कही जा रही हैं।
पदमिनखेड़ा में रहने वाले गोकरन ने अपनी पत्नी कुंवारा के नाम घरेलू बिजली का कनेक्शन ले रखा है। वह उसका नियमित बिल भी जमा करता चला आ रहा है। उसने बताया कि बिजली विभाग कुछ दिन बाद से उसे गोकरन के नाम से एक और बिजली का बिल देने लगा। उसने दूसरा कनेक्शन न होने की बात कही लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। इसी बीच बिजली विभाग ने 41 हजार रुपये बकाया होने पर नोटिस थमा दी और बकाया के चलते बिजली कनेक्शन काटने की धमकी देने लगे। जिससे नाराज पीड़ित ने सबसे पहले 7 दिसम्बर को सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायत की लेकिन सुनवाई नही हुई। दोबारा फिर से 21 दिसम्बर को सम्पूर्ण समाधान दिवस में गुहार लगाई, तो पूरे मामले की जांच अधिशाषी अभियंता को दी गई।
अधिशाषी अभियंता ने उपखण्ड अधिकारी एसवी यादव से जांच करवाई तो दूसरा कनेक्शन फर्जी मिला। उपखण्ड अधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस की शिकायत पर जांच करते हुए अपनी रिपोर्ट में लिखा कि शिकायतकर्ता के दो बिल निर्गत हो रहे हैं। एक खुद शिकायतकर्ता के नाम, दूसरा शिकायतकर्ता के पत्नी के नाम। शिकायतकर्ता अपनी पत्नी के नाम बिल जमा कर रहा है। दूसरा कनेक्शन जो गोकरन के नाम से है उसमें निर्गत हुए 46107 रुपये के बिल को स्थाई रुप से शून्य करके शिकायत को निस्तारित किया जा रहा है।