
लखनऊ। मुख्य अभियंता कार्यालय, गोमती नगर जोन भ्रष्ट अधिकारियों पर किस तरह मेहरबान है इसका ताजा उदाहरण भ्रष्ट अवर अभियंता इंजीनियर सौरभ कुशवाहा है, जिनके ऊपर राजस्व नुकसान सहित कई अन्य गंभीर आरोप लगातार लगने के उपरांत कार्रवाई होना तो दूर की बात है… उसे चिनहट डिवीजन का सबसे मलाईदार कहे जाने वाला लौलाई पावर हाउस की कमान ही सौप दी…यही नहीं उक्त पावर हाउस का आधिकारिक रूप से चार्ज लेने के पूर्व ही विभागीय सीयूजी नंबर सौंप दी गई… यदि सूत्रों की माने तो आज वह अपना चार्ज ग्रहण कर सकते हैं…इस गलत स्थान्तरण के खिलाफ “यूपीपीसीएल मीडिया” पूर्व में किये गये काले कारनामों पर कारवाई होने तक प्रतिदिन करेगा फालोअप…
आखिर सम्पूर्ण मुख्य अभियंता कार्यालय, गोमती नगर जोन को आखिर कोई और जेई नहीं जो, भ्रष्ट अवर अभियंता इंजीनियर सौरभ कुशवाहा को दी गई जिम्मेंदारी …बताते चलें कि भ्रष्ट अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा को स्थानांतरण होने की काफी समय के उपरांत अभी हाल ही में सुगामऊ पावर हाउस से इनको कार्य मुक्त किया गया था… कार्य मुक्त होने के उपरांत भी रिमोट कंट्रोल की तरह उक्त पावर हाउस को चलता रहा…
“यूपीपीसीएल मीडिया” द्वारा लगातार इस मुद्दे पर फॉलोअप करने के उपरांत मुख्य अभियंता सुशील गर्ग द्वारा स्थानांतरण के नाम पर खेल खेलते हुए भ्रष्ट अवर अभियंता सौरभ कुशवाहा को क्षेत्रीय उपभोक्ताओं के खून चूसने का पूरा अवसर दिया… वहां पर एक ऐसे अवर अभियंता की नियुक्ति कर दी गई थी, जो नियुक्ति तिथि से पहले ही छुट्टी पर चल रहा था… इस भ्रष्ट अवर अभियंता सौरव कुशवाहा के ऊपर ईश्वर और मेहरबान हो गया… जब उस अवर अभियंता की एक हादसा में टांग टूट गई…
मुख्य अभियंता कार्यालय, गोमती नगर जोन में कार्यरत विभीषण की माने… तो मुख्य अभियंता सुशील गर्ग का पूर्ण संरक्षण उक्त भ्रष्ट अवर अभियंता को प्राप्त है… इस पर नहले का दहला गुलाबी नोट का कमाल…
“यूपीपीसीएल मीडिया” ने हीं इस बात का खुलासा करते हुए अपने ऑफिशियल ग्रुप पर बीते 11 नवंबर 2024 को ₹318000.00 मंत्र के प्रीमियर टिकट पर डील होने की खबर चलाई थी… हालांकि मुख्य अभियंता कार्यालय में हुए इस डील में कौन-कौन हिस्सेदार है…अभी इसकी पुष्टि कर पाना मुश्किल है… लेकिन जिस प्रकार से भ्रष्ट इंजीनियर सौरव कुशवाहा को गोमती नगर जोन के अधीनस्थ टॉप सेकंड के अधिकारी द्वारा बिना आधिकारिक रूप से ज्वाइन किए हुए विभागीय सीयूजी नंबर उपलब्ध करा दिया गया हो… यह आवश्यक प्रतीत होता है की दाल में कुछ काला नहीं बल्कि पूरी दाल काली है…
यह बात अलग है कि भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षण में आज भी सुगमऊ पावर हाउस पर किए गए काले कारनामों के कारण हुए राजस्व नुकसान की प्रतिपूर्ति के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया हैं…. काले कारनामे “यूपीपीसीएल मीडिया” में ज्यादा हाइलाइट मामला होते देख इंजीनियर सुशील गर्ग, मुख्य अभियंता गोमती नगर जोन द्वारा जिस प्रकार से खेल खेला है यह सर्वविदित है… अब दूसरे सर्कल के मलाईदार लौलाई पावर हाउस की कमान देने की तैयारी हुई पूरी…

सूत्रों की यदि माने…. काफी प्रयास के बाद ₹318000. 00 के प्रीमियर टिकट पर हुई थी यह डील…. हालांकि “यूपीपीसीएल मीडिया” टीम सुनी सुनाई बातों पर भरोसा नहीं करता… लेकिन आज जिस प्रकार से हालात बने हैं…आरोप सच्चाई में बदलते नजर आ रहे हैं…

यदि मुख्य अभियंता इंजीनियर सुशील गर्ग… अपने आप को ईमानदार मानते हैं, तो सिर्फ इतना बता दें कि आखिर क्या कारण था कि बीते 28 तारीख स्थानांतरण के उपरांत 6 नवंबर को नया आदेश जारी करते हुए विद्युत प्रशासनिक नगरीय वितरण मण्डल- गोमतीनगर सर्कल सम्बद्ध किया गया? “यूपीपीसीएल मीडिया“ ने इसका जवाब तो बीते 11 नवंबर 2024 को ही दे दिया था… जो आज सही साबित भी हो गया…