
अयोध्या मंडल अन्तगर्त विद्युत वितरण खंड-तीन मिल्कीपुर में सबसे अधिक बकाएदार हैं, फिर भी पावर कारपोरेशन के अधिकारी उस क्षेत्र में जांच अभियान चलाने से बच रहे हैं। मिल्कीपुर क्षेत्र में विधानसभा का उप चुनाव प्रस्तावित होने के कारण मुख्यालय स्तर से ही जांच अभियान चलाने से मना किया है।
अयोध्या। मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव भले अधर में हो, पर इसके असर से इस क्षेत्र के बिजली उपभोक्ता मौज काट रहे हैं। अयोध्या मंडल में बिजली बिल की सर्वाधिक रकम जिले में ही बकाया है और इसमें अकेले मिल्कीपुर क्षेत्र के ही उपभोक्ता सबसे अधिक बकाएदार हैं, फिर भी पावर कारपोरेशन के अधिकारी उस क्षेत्र में जांच अभियान चलाने से बच रहे हैं। बताया जा रहा कि उप चुनाव होने तक मिल्कीपुर में जांच अभियान चलाने या सख्ती से वसूली पर अघोषित रूप से मुख्यालय से रोक लगी है।
मिल्कीपुर से गत विधानसभा चुनाव में विधायक चुने गए अवधेश प्रसाद के लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के बाद उनके इस्तीफा दे देने से यहां उप चुनाव होना है। यह उप चुनाव प्रदेश की अन्य सीटों के साथ ही हो जाता, पर हाई कोर्ट में याचिका लंबित होने के कारण निर्वाचन आयोग ने यहां चुनाव घोषित नहीं किया।
याचिका वापस लिए जाने को लेकर बीते दिनों हाई कोर्ट में सुनवाई होनी थी, परंतु यह नहीं हो सकी। इस कारण उप चुनाव को लेकर अभी भी संशय है। बावजूद इसके मिल्कीपुर क्षेत्र में कोई जांच अभियान चलाने से सरकारी विभागों के अधिकारी कतरा रहे हैं। इससे क्षेत्र के मतदाताओं की चांदी है। इसे ऊर्जा निगम के उदाहरण से सहज तरीके से समझा जा सकता है।