
कैराना और झिंझाना में बिना एस्टीमेट बिजली लाइन खींचने के मामले में ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए अधिशासी अभियन्ता न चतुर्थ रवींद्र प्रकाश, उपखण्ड अधिकारी ओपी को निलंबित कर दिया। साथ ही, अधिक्षण अभियन्ता रामकुमार का भी मुजफ्फरनगर ट्रांसफर कर दिया गया। इस मामले में अवर अभियन्ता को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। मुख्य अभियन्ता पवन कुमार अग्रवाल ने कहा कि लापरवाही, अनदेखी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दरअसल, झिंझाना में कोल्हू पर नियम विरुद्ध कनेक्शन दिया गया है। जिसमें उपखण्ड अधिकरी से लेकर अवर अभियन्ता और अन्य की भी लापरवाही है। अधिशासी अभियन्ता रवींद्र प्रकाश की जांच में भी कनेक्शन नियम विरुद्ध मिला था। इसके अलावा कैराना में भी बिना एस्टीमेट 13 खंभों पर बिजली लाइन खींचने के मामले था।
मुख्य अभियन्ता पवन कुमार अग्रवाल ने बताया कि शामली में लगातार प्रकाश में आ रहे मामलों की जांच कराई गई। जिसमें कैराना और झिंझाना में बिना एस्टीमेट लाइन खींचने के मामले में अधिशासी अभियन्ता चतुर्थ रवींद्र प्रकाश की भूमिका भी सामने आई। क्योंकि उन्होंने ठीक से लाइन के संबंध में सुपरविजन नहीं किया। यदि देखरेख की होती तो लाइन नहीं खींची जाती।
इसके अलावा अधिक्षण अभियन्ता रामकुमार का ट्रांसफर मुजफ्फरनगर कर दिया गया है। उनके स्थान पर अधिशासी अभियन्ता द्वितीय नरेश कुमार को अधिक्षण अभियन्ता का चार्ज दिया गया है। इसके अलावा अधिशासी अभियन्ता थर्ड उदय प्रताप का भी ट्रांसफर धामपुर किया गया है। उपखण्ड अधिकारी को भी निलंबित किया गया है।
अवर अभियन्ता को पहले ही किया जा चुका निलंबित
बिना एस्टीमेट के लाइन खींचने के मामले में अवर अभियन्ता सुनील कुमार को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। इसके अलावा उपखण्ड अधिकारी को भी चार्जशीट किया जा चुका है। इस मामले में ठेकेदार और लाइनमैन के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया गया था। जिसकी जांच चल रही है।