
सोनभद्र के अनपरा बिजलीघर से 1000 मेगावाट का उत्पादन अचानक ठप हो गया. इससे बिजली की मांग को देखते हुए संकट गहराने की संभावना बताई गई है.
अनपरा बिजलीघर से 1000 मेगावाट का उत्पादन अचानक ठप हो गया. उत्पादन के ठप होने का कारण तकनीकी खराबी बताई गई. वहीं अनपरा तापीय परियोजना की 500 मेगा वाट की दो इकाई छठवीं और सातवीं इकाई से उत्पादन ठप हुआ है. इसकी वजह से अनपरा तापीय परियोजना से कुल 1000 मेगावाट का उत्पादन कम हुआ है.
ऐसे में बिजली की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए बिजली संकट गहराने की संभावना बढ गई है. प्रदेश में देर शाम तक बिजली की मांग 18227 मेगावाट और न्यूनतम मांग 10546 मेगावाट बताई जा रही है फिलहाल परियोजना की दोनों इकाइयों का उत्पादन जल्द से जल्द शुरू करने के लिए इंजीनियर एवं टेक्निकल स्टाफ लगे हुए हैं. उनका दावा है कि जल्द से जल्द इस टेक्निकल फाल्ट को सुधार कर दोनों इकाइयों से प्रोडक्शन शुरू कर निर्वाध रूप से बिजली प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा.
सोनभद्र के ओबरा तापीय परियोजना के 1000 मेगावाट उत्पादन के अचानक ठप होने के वजह से प्रदेश में बढ़ती बिजली की मांग को एक झटका लगा है. वहीं तापीय परियोजना में 1000 मेगावाट के उत्पादन कम होने का कारण 500 मेगावाट की छठवीं और सातवीं इकाई का तकनीकी खराबी के वजह से ठप हो जाना बताया गया.
ऐसे में प्रदेश में बढ़ती हुई बिजली की मांग को देखते हुए बिजली संकट गहराने की संभावना बताई गई हैं. जबकि कल देर शाम तक बिजली के मांग की बात की जाए तो 18227 मेगावाट और न्यूनतम 10546 मेगावाट बताई गई. फिलहाल परियोजना के दोनों इकाइयों का उत्पादन जल्द से जल्द शुरू करने के लिए टेक्निकल स्टाफ वह इंजीनियर की टीम लगी हुई है. इनका दावा है कि जल्द से जल्द टेक्निकल फाल्ट को सुधार कर बिजली का प्रोडक्शन इन दोनों यूनिट से शुरू कर दिया जाएगा.