
मेरठ। अपर जिला जज भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम ने विद्युत कनेक्शन की फाइल को आगे बढ़ाने के नाम पर रिश्वत लेने के आरोपित बाबू नीरज कुमार को जेल भेज दिया है।
सरकारी वकील संजीव गुप्ता ने बताया कि वादी मुकदमा जिला हाथरस के गांव सादाबाद निवासी हरवीर सिंह ने एंटी करप्शन अलीगढ़ से शिकायत की थी कि उनसे 40 केवीए के नए विद्युत कनेक्शन संयोजन करने के लिए रिश्वत मांगी जा रही है।
आरोप था कि विद्युत कनेक्शन की फाइल आगे बढ़ाने के लिए सादाबाद के दक्षिणांचल विद्युत वितरण खंड चतुर्थ में तैनात कार्यालय सहायक नीरज कुमार ने उनसे 20 हजार रुपये की मांग की है। गुरुवार को एंटी क्रप्शन की टीम ने आरोपित बाबू को गिरफ्तार किया था। टीम ने उसे न्यायालय में पेश किया।अलीगढ़ से आई एंटी करप्शन टीम ने विद्युत विभाग के कर्मचारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। टीम उसे और उसके साथ एक कंप्यूटर ऑपरेटर को पकड़कर अलीगढ़ ले गई । विद्युत वितरण चतुर्थ में नीरज कुमार कार्यालय सहायक के रूप में तैनात है और वह सादाबाद में कार्यालय में तैनात है। बताते हैं कि वह एक व्यक्ति से लंबे समय से एक विद्युत कनेक्शन की फाइल आगे बढ़ाने के लिए 20 हजार की डिमांड कर रहा था।
इस व्यक्ति ने उच्च अधिकारियों से भी इसकी शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसने फिर इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की। इस शिकायत पर टीम सादाबाद के विद्युत कार्यालय पर आई। शिकायतकर्ता ने प्लानिंग के अनुसार उसे जब 20 हजार थमाए तो टीम ने इस कर्मचारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया । टीम ने उसके साथ एक कंप्यूटर ऑपरेटर को भी पकड़ लिया और इन दोनों को आनन-फानन में टीम कार्यालय से अपने साथ अलीगढ़ ले गई। किसी को कुछ भी पूछने का मौका तक नहीं दिया।
टीम की इस कार्रवाई को लेकर काफी चचाएं रहीं और लोग काफी देर तक यही नहीं समझ पाए कि आखिर मामला क्या है। बाद में वहां खलबली मच गई। इसके बाद एंटी करप्शन टीम इन दोनों को वहां से लेकर चली गई।