
बड़ौत। बड़ौली रोड पर स्थित आइस फैक्टरी में फर्जी मीटर लगाने के मामले में जांच रिपोर्ट में दोष सिद्व होने के उपरान्त अवर अभियन्ता व अधिशासी अभियंता द्वितीय को बचाने में जुटा हुआ है। तीन माह बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर शिकायकर्ताओं ने निगम के अध्यक्ष व प्रबन्ध निदेशक समेत मुख्य अभियंता को शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
बताते चले कि बड़का रोड निवासी फारूख चौधरी पुत्र शौकत चौधरी ने गत 4 नवंबर को अधीक्षण अभियंता केपी खान को शपथ पत्र पर शिकायत देते हुए आरोप लगाया था बड़ौली रोड स्थित एक आइस फैक्टरी में मुख्य शिकायत केंद्र पर तैनात रहे अवर अभियन्ता ने विभाग को नुकसान पहुंचाते हुए फर्जी मीटर लगा दिया था। जिसमें 6712 रीडिंग स्टोर थी, जिसकी वीडियो बनाकर अधिशासी अभियंता द्वितीय को भी शिकायत की गई थी लेकिन उन्होंने अवर अभियन्ता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। शिकायतकर्ता ने अधिक्षण अभियन्ता केपी खान को शिकायत की थी। अधिक्षण अभियन्ता ने जांच बैठा दी थी। आरोप है कि एक माह पहले जांच टीम ने विभाग को जांच रिपोर्ट सौंपी दी है लेकिन विभागीय अफसर दोषी अवर अभियन्ता व अवर अभियन्ता को बचाने वाले अधिशासी अभियंता द्वितीय के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है। अब पीड़ित उपभोक्ता फारूख ओर समाजसेवी नरेश शर्मा ने बुधवार को निगम के अध्यक्ष व पावर कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक समेत मुख्य अभियंता को शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
इस बारे में मुख्य अभियंता मेरठ राघवेन्द्र यादव ने बताया कि विभाग का नुकसान कतई बर्दाश्त नहीं होगा। इसी सप्ताह के अंदर पूरे प्रकरण में विभाग के नुकसान को देखते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।