
गोंडा। 11वीं राजीव गांधी ग्रामीण विद्युत योजना में हुए फर्जीवाड़े में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के रिटायर्ड मुख्य अभियंता एसपी करगेती और उनके बेटे प्रतीक करगेती व ठेकेदार ओमवीर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
गोंडा में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युत योजना में हुए फर्जीवाड़े की जांच रिटायर्ड मुख्य अभियन्ता तक पहुंच गई है. उप निदेशक समाज कल्याण की ओर से रिटायर्ड चीफ इंजीनियर और उनके बेटे व ठेकेदार के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है. बता दें कि योजना में 100 मजदूरों में 36 मजदूरों को फर्जी दिखाकर गबन करने का आरोप है।
यह है पूरा मामला
दरअसल, साल 2011 में गोंडा के 696 मजदूरों को 11वीं राजीव गांधी ग्रामीण विद्युत योजना के तहत विद्युतीकरण कराने को लेकर यूपी सिडको द्वारा नोएडा की फर्म मेसर्स ओमवीर सिंह कंपनी को काम दिया गया था. इसको लेकर गाजियाबाद की रहने वाली मेघना चौधरी द्वारा विद्युतीकरण योजना में फर्जीवाड़ा, फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाने और चीफ इंजीनियर के बेटे को मर्सिडीज कार दिए जाने का आरोप लगाया गया।
मंत्री के आदेश पर बैठाई गई जांच
मेघना चौधरी ने इसकी शिकायत राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार से भी की. राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के आदेश पर तत्कालीन गोंडा जिला अधिकारी द्वारा तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी को जांच कमेटी गठित कर जांच कराने के आदेश दिए थे. वहीं, उपनिदेशक समाज कल्याण देवीपाटन गोंडा केएल गुप्ता के नेतृत्व टीम ने जांच की तो पता चला कि योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया।
फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र पाया गया
मेसर्स ओमवीर सिंह कंपनी के मालिक ठेकेदार ओमवीर सिंह द्वारा टेंडर लेने को लेकर लगाया गया अनुभव प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया. इसमें पाया गया कि जो अनुभव प्रमाण पत्र लगाया गया था उसे नोएडा प्राधिकरण द्वारा जारी ही नहीं किया गया था. फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाकर करोड़ों रुपये का टेंडर यूपी सिडको द्वारा ले लिया गया।
मर्सिडीज कार गिफ्ट में दी गई
वहीं, जिले के 696 मजदूरों में से 100 मजदूरों में विद्युतीकरण पूरा कराने की बात कही. इसमें पाया गया कि 100 में से 36 प्रमाण पत्र भी फर्जी पाए गए. जांच टीम ने खुलासा किया कि 2019 मॉडल की एक मर्सिडीज कार मेसर्स ओमवीर सिंह के मालिक व ठेकेदार ओमवीर सिंह द्वारा उत्तर पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के रिटायर्ड मुख्य अभियंता गोंडा एसपी करगेती के बेटे प्रतीक करगेती को गिफ्ट में दी गई थी।
उप निदेशक समाज कल्याण विभाग द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर
सर्किल ऑफिसर नगर विनय कुमार सिंह ने बताया कि जिले में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत 100 मजदरों में विद्युतीकरण का काम हुआ था. इसमें फर्जीवाड़ा पाया गया है. इसको लेकर उपनिदेशक समाज कल्याण देवी पाटन मंडल केएल गुप्ता की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है. पूरे मामले की जांच क्राइम इंस्पेक्टर अरविंद यादव को दी गई है।