
शामली। हसनपुर क्षेत्र में गलत तरीके से बिजली कनेक्शन, गढ़ीपुख्ता के बाईपास पर बिना एस्टीमेट के 150 मीटर के लगभग दूरी पर कनेक्शन देने समेत विभिन्न अनियमितताएं मिलने ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता पीके अग्रवाल ने गढ़ीपुख्ता के अधिशासी अभियन्ता आशाराम का ट्रांसफर मेरठ कर दिया। प्रथम दृष्टया जांच में अवर अभियन्ता दोषी पाए गए। हालांकि, अभी समिति दो दिन बाद रिपोर्ट सौंपेंगी। मुजफ्फरनगर में तैनात नरेंद्र कुमार को गढ़ीपुख्ता का नया अवर अभियन्ता बनाया गया है।
दरअसल, अवर अभियन्ता के ऊपर हसनपुर गांव में साबिर को पुराने बिल का 65 हजार रुपये बकाया होने के बावजूद नया कनेक्शन जारी करने, गढ़ीपुख्ता के बाईपास पर अस्पताल के पास लंबी दूरी का बिजली का मीटर कनेक्शन बिना एस्टीमेट के जोकि 150 मीटर के लगभग दूरी पर देने, गढ़ीपुख्ता में मुर्गी फार्म पर लंबी दूरी का करीब 300 मीटर का कनेक्शन बिना एस्टीमेट के देने, विपिन के यहां पर फर्जी मीटर लगाने की शिकायतें शामिल थीं… जिसको लेकर अधिशासी अभियन्ता, उपखण्ड अधिकारी समेत तीन सदस्यीय टीम को जांच सौंपी गई थी।
मुख्य अभियंता पीके अग्रवाल, अधिशासी अभियन्ता सौरभ पाठक ने बताया कि अनियमितता, कार्य में लापरवाही आदि पाए जाने पर गढ़ीपुख्ता के अवर अभियन्ता को हटा दिया गया है। गलत कार्य करने वालों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। अभी जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। प्रथम दृष्टया जांच में अवर अभियन्ता पर अनियमितता की बात सामने आई है।