
इंदिरा नगर सर्किल/ डिवीजन अंतर्गत नीलगिरी फीडर पर रात्रि में मेंटेनेंस के नाम पर लगाई जाती है आप अकुशल आउटसोर्सिंग संविदा कर्मी की ड्यूटी… इस अवसर पर सबसे अहम सवाल…. क्षेत्र में कोई फाल्ट आने पर क्या आप अकुशल आउटसोर्सिंग संविदा कर्मी बनाएंगे फॉल्ट… यदि हां, तो किसी प्रकार के अनहोनी होने पर कौन होगा इसका जिम्मेदार?
बताते चले कि नीलगिरी फीडर पर कार्य करने के लिए नियमित कर्मचारियों के रूप में इस्तयाक एवं कुशल कर्मचारियों के रूप में लखन एवं सत्येंद्र यादव की ड्यूटी है… लेकिन इन सभी की ड्यूटी दिन में है…. जबकि इस फीडर पर रात में देशराज एवं राजेश नामक कुली की ड्यूटी होती है… जो किसी भी प्रकार के फाल्ट आने पर फाल्ट बनाने का कार्य करते हैं।
हैरानी का विषय यह है कि इस निलगिरी फीडर से नीलगिरी के साथ-साथ मीना मार्केट, फैजाबाद रोड, कुकरेल बंधे के इस पार का संपूर्ण क्षेत्र व लेसा क्षेत्र (ए ब्लॉक, बी ब्लॉक व भूतनाथ) क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की जाती है… ऐसे दशा में… यदि रात्रि में कोई फाल्ट आ जाती है… तो उसे बनाने की जिम्मेदारी देशराज एवं राजेश नामक कुली की होती है… ऐसी दशा में इनके साथ किसी प्रकार की कोई अनहोनी होती है.. तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?
इस संदर्भ में जब देशराज नामक कुली से यह जानना चाहा कि आपको 11000 के लाइन पर काम करने के लिए भेजा जाता है क्या आपको आपत्ति नहीं होती है…. तो जवाब मिलता है.. कि काम तो साफ करना ही है.. नहीं करेंगे तो निकल बाहर करेंगे… जबकि हम लोगों ने अभी 15 दिन पहले ही अवर अभियंता महोदय से बात की थी कि रात में भी एक कुशल कर्मी की ड्यूटी लगाई जाए… लेकिन अवर अभियंता महोदय कोई जवाब नहीं दिए।
हम संबंधित अवर अभियंता महोदय से यह जानना चाहते हैं कि 11000 की लाइन पर जब इन लोग को फाल्ट बनाने के लिए शटडाउन लेते हैं… तो इन्हें बगैर फाल्ट आने वाले स्थल पर मौजूद रहे बिना शटडाउन कैसे मिल जाती है।
मुंशी पुलिया डिवीजन अंतर्गत पॉलिटेक्निक पावर हाउस पर राजू नामक अकुशल आउटसोर्सिंग संविदा कर्मी के दुखद मौत के बाद भी बिजली विभाग इसको गंभीरता से नहीं ले रहा है… और इस प्रकार के हादसे यदि भविष्य में फिर से होते हैं… तो इसका जिम्मेदार कौन होगा यह सवाल का जवाब अभी मिलना बाकी है।