भदोही। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना में बिजली का झंझट नहीं रहेगा। हर गांव में स्थापित होने वाले पंप को शौर्य ऊर्जा से चलाया जाएगा। आबादी के हिसाब से लगने वाले पंप को सोलर सिस्टम से जोड़ा जा रहा है। कुछ ग्राम पंचायतों में इसकी शुरुआत हो चुकी है। दिक्कत होने पर हर केंद्र पर रखे गए जनरेटर से पंप को चलाया जाएगा।
जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल पहुंचाने की परियोजना में ऊर्जा बचत का भी ध्यान दिया जाएगा। ट्यूबवेल चलाने के लिए सोलर पैनल लगाया जा रहा। जिससे जलापूर्ति में किसी तरह की बाधा न पहुंचे। खास बात यह है कि सोलर पैनल में बैट्री नहीं होगी। मोटर सीधे सूर्य की किरणों से चार्ज होकर चलेगा।
पानी की आपूर्ति शुरू होने का दावा
साल 2021 में जल जीवन मिशन फेज-2 और तीन में 263 और 137 परियोजनाएं स्वीकृत हुई। जिसमें करीब 80 से आपूर्ति शुरू हो चुकी है, जबकि अप्रैल में 40 अन्य परियोजनाओं से पानी की आपूर्ति शुरू करने का दावा किया जा रहा है।
कार्यदायी संस्था वेलस्पन और जीआर इंफ्रा की ओर से हैवी बोरिंग, हाई लेवल पेयजल टंकी, बाउंड्रीवाल, पंप कक्ष निर्माण कराया जा रहा है। परियोजनाओं से पेयजल आपूर्ति के लिए बिजली की दिक्कत नहीं रहेगी। योजना में सभी जगह सोलर पैनल स्थापित किया जा रहा है। साथ ही एक-एक जनरेटर भी रखे जाएंगे। जिससे अगर पैनल काम नहीं करेगा तो जनरेटर चलाकर पानी की आपूर्ति की जाएगी। बिजली न होने पर भी लोगों के घरों में पानी पहुंचेगा। पानी की टंकी भरने के लिए सुबह-शाम सोलर पंप चलाया जा सकेगा। सोलर पंप से मोटर चलने पर बिजली बिल भुगतान का टेंशन ग्राम पंचायतों पर नहीं होगा।
23 किलो वाट का होगा सोलर पैनल
अधिशासी अभियंता जल निगम मुजीब अहमद ने बताया कि पानी टंकी के पंप को चलाने के लिए 15 हार्स पावर का पंप लगाया जाता है। जिसके संचालन के लिए 23 किलो वाट का सोलर पैनल लगाना होगा। सूर्य की किरणों से चार्ज होकर सीधा पंप चलने लगेगा। सुबह-शाम तीन-तीन घंटे संचालित होगा। पानी की टंकी का संचालन सोलर पंप से होगा।