
गोरखपुर। चौरीचौरा बिजली खंड क्षेत्र में एक निजी अस्पताल और विद्यावलय में घरेलू बिजली उपभोग की जा रही थी। चेयरमैन द्वारा करवाई गई जांच, मिले में दोषी अधिशासी अभियंता और दो तकनीकी कर्मी हुए निलंबित , दो उपखण्ड अधिकारी को कारण बताओ नोटिस, जबकि दो अवर अभियंताओं को चार्जशीट जारी की गई।
गोरखपुर स्थित चौरीचौरा खंडक्षेत्र के एक अस्पताल और हैप्पी मार्डन स्कूल में घरेली बिजली कनेक्शन से बिजली प्रयोग होने की जांच में दोषी पाए जाने पर अभियंताओं पर कार्रवाई हुई है। अधिशासी अभियंता चौरीचौरा मनीष झा एक दिन पहले ही निलंबित कर दिए गए।
बताते चले कि गत शनिवार की देर शाम दो उपखण्ड अधिकारी को कारण बताओ नोटिस, दो अवर अभियंता को चार्जशीट और दो तकनीकी कर्मियों को भी निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा बिलिंग कंपनी क्वैश क्रॉप के दो मीटर रीडरों को हटाए जाने का निर्देश जारी किया गया।
दरअसल, पॉवर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ आशीष कुमार गोयल ने दोनों परिसर की जांच का निर्देश दिया था। इसपर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक शंभू कुमार ने 26 फरवरी को वाराणसी के अभियंताओं और आजमगढ़ की विजिलेंस टीम ने चौरी चौरा खंड क्षेत्र में छापेमारी करवाई। यहां प्रीती हास्पिटल और हैप्पी माडर्न स्कूल में घरेलू कनेक्शन पर बिजली का उपभोग मिला था।
टीम ने इसकी रिपोर्ट प्रबंध निदेशक और चेयरमैन को भेजी थी। बुधवार शाम प्रबंध निदेशक ने चौरी चौरा खंड के अधिशासी अभियंता मनीष झा को निलंबित कर दिया। साथ ही अवर अभियंताओं और उपखण्ड अधिकारी पर कार्रवाई के लिए मुख्य अभियंता को निर्देशित किया था। इसके बाद से ही विभाग अपने अधिकारियों को बचाने में जुटा था। लेकिन प्रबंध निदेशक ने मामले में फिर से अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए, तब जाकर शनिवार को कार्रवाई हुई है।